अंतर्राष्ट्रीय गौमाता सेवा महासंघ का संयुक्त राष्ट्रीय अधिवेशन बेंगलुरु में संपन्न, छत्तीसगढ़ के स्वामी राजेश्वरानंद प्रतीक चिन्ह से सम्मानित
अनादि न्यूज़ डॉट कॉम। राष्ट्रीय स्तर पर गौ रक्षा कानून बनाने एवं गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग को लेकर अंतरराष्ट्रीय गौमाता सेवा महासंघ स्वदेशी सनातन संघ भारत का विशेष संयुक्त राष्ट्रीय महाधिवेशन गोड़वाड़ भवन बेंगलुरु में संपन्न हुआ।
महा अधिवेशन में 29 राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिसमें प्रमुख रुप से छत्तीसगढ़ स्वामी राजेश्वरानंद जी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। महाअधिवेशन में अध्यक्ष गौतम चंद धारीवाल ने स्वागत भाषण में गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग की।
राज्यपाल गहलोत जी का आयोजन के लिए शुभकामना संदेश पढ़कर भी सुनाया राष्ट्रीय महामंत्री आचार्य अनिल मासा जी ने मुंबई में 10 एकड़ जमीन दान करने की घोषणा की गोड़वाड़ भवन में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ दिनेश उपाध्याय एवं महामंत्री लोकेंद्र सिंह पौनिया एवं पूज्य महिमा ब्रिज किशोरी वृंदावन से इन्होंने छत्तीसगढ़ से स्वामी राजेश्वरानंद जी के उत्कृष्ट कार्य को देखते हुए शॉल श्रीफल माला मोमेंटो गाय का प्रतीक चिन्ह से सम्मान किया एवं राष्ट्रीय महामंत्री घोषित करते हुए हर्षोल्लास के साथ कहा कि स्वामी राजेश्वरानंद जी को भी छत्तीसगढ़ राज्य शासन से हम मांग करते हैं उनकी सुरक्षा दृष्टिगत रखते हुए सुरक्षा देने की कृपा करें, साथ में मनोज कुमार अग्रवाल उर्फ मोनू का भी श्रीफल पगड़ी मोमेटो देकर सम्मानित किया ।
उक्त कार्यक्रम में प्रातः 10:00 प्रत्यक्ष रूप से गौ माता एवं बछड़े सहित उनकी पूजा-अर्चना के साथ स्वस्तिवाचन गणपति पूजन एवं महावीर स्वामी के मंत्रों से वातावरण को भक्तिमय बनाते हुए दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम प्रारंभ किया। उक्त कार्यक्रम में लगभग 2000 गौ भक्तों की उपस्थिति रही संध्याकालीन गौ माता के निमित्य भजन का कार्यक्रम किया एवं प्रसाद वितरण किया।