अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, जम्मू-कश्मीर : लगातार हो रही भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। मंगलवार को माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन की घटना में 5 लोगों की मौत हो गई और 14 लोग घायल हुए। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने इसकी पुष्टि की। हादसे के बाद मंडलायुक्त जम्मू ने आदेश जारी कर 27 अगस्त को आपात सेवाओं को छोड़कर सभी सरकारी कार्यालय और शैक्षणिक संस्थान बंद रखने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने बताया कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री को जम्मू-कश्मीर के हालात की जानकारी दी है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि बारिश और भूस्खलन से सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि फोन और डेटा कनेक्टिविटी जल्द बहाल की जाएगी।
उधर, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर शोक जताया और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए। सिन्हा ने कहा कि सभी जिलों में आपातकालीन टीमें तैनात हैं और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है। भारतीय सेना का व्हाइट नाइट कॉर्प्स भी सक्रिय हो गया है। तीन राहत टुकड़ियां कटरा और आसपास के इलाकों में बचाव कार्य कर रही हैं। वहीं, जम्मू-कश्मीर पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी राहत एवं बचाव अभियान में जुटी हैं। जम्मू साउथ के सिटी एसपी अजय शर्मा ने बताया कि डीएम और एसएसपी खुद घटनास्थल पर मौजूद हैं और अब तक कई लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।
जम्मू डिवीजनल कमिश्नर रमेश कुमार ने कहा कि चिनाब और बसंतर सहित सभी नदियां उफान पर हैं और अलर्ट जारी कर दिया गया है। गाड़ीगढ़ इलाके में सेना ने लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है। वहीं डोडा जिले में फ्लैश फ्लड से 3 लोगों की मौत हो चुकी है। कमिश्नर ने अपील की कि लोग नदियों और पुलों से दूर रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि बारिश पूरी तरह थमने के बाद ही राहत और पुनर्वास कार्य प्रभावी तरीके से शुरू हो पाएगा।





