आखिर स्टेशन पर क्या हो रहा?
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन देश का सबसे व्यस्त स्टेशन है, जहां रोजाना लाखों यात्री आते-जाते हैं और सैकड़ों ट्रेनें परिचालित होती हैं। स्टेशन के पहाड़गंज साइड का गेट नंबर 1 प्लेटफॉर्म 1 के लिए मुख्य प्रवेश द्वार है, लेकिन रीडेवलपमेंट के तहत यहां कंस्ट्रक्शन और यूटिलिटी शिफ्टिंग का काम चल रहा है। इस वजह से रोड स्पेस कम हो गया है और गाड़ियां धीरे-धीरे चल रही हैं, जिससे लगातार जाम की स्थिति बन रही है। यह परेशानी 10 दिसंबर से 31 दिसंबर तक बनी रहने की संभावना है। ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि चेल्म्सफोर्ड रोड पर बैरिकेड्स लगने के कारण गाड़ियों की रफ्तार बहुत धीमी हो गई है।
सबसे ज्यादा प्रभावित सड़कें
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के रीडेवलपमेंट के कारण दिसंबर में ट्रैफिक जाम की स्थिति सबसे अधिक निम्नलिखित मार्गों पर देखने को मिलेगी:
- मिंटो रोड
- दीन दयाल उपाध्याय मार्ग
- भवभूति मार्ग
- जवाहरलाल नेहरू मार्ग
- देशबंधु गुप्ता रोड
- कनॉट प्लेस का आउटर सर्कल
यात्रियों के लिए क्या सलाह?
ट्रैफिक पुलिस ने यात्रियों के लिए विशेष एडवाइजरी जारी की है। पुलिस ने कहा है कि स्टेशन जाने वाले यात्री अजमेरी गेट साइड का इस्तेमाल करें और पहाड़गंज साइड के गेट नंबर 1 के आसपास अनावश्यक घूमने से बचें। यात्रा पहले से प्लान करें, ताकि आखिरी मिनट में भागदौड़ न हो। साइट पर तैनात पुलिसवालों की निर्देशों का पालन करें और टेम्परेरी डायवर्जन साइन्स (स्थायी बदलावों) का ध्यान रखें। साथ ही, गलत पार्किंग से बचें, क्योंकि इससे ट्रैफिक जाम और बढ़ सकता है।
नई दिल्ली स्टेशन बनेगा वर्ल्ड क्लास
हालांकि फिलहाल यात्रियों को थोड़ी तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है, अच्छी खबर यह है कि रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (RLDA) का यह प्रोजेक्ट नई दिल्ली स्टेशन को पूरी तरह बदल देगा। 2021 से चल रहे इस परियोजना का अनुमानित खर्च करीब 4700 करोड़ रुपये है और इसे दो चरणों में पूरा किया जाएगा।
इस योजना के तहत नई बिल्डिंग्स, डेडिकेटेड रोड्स, हॉस्पिटैलिटी, रिटेल और रेलवे स्टाफ के लिए हाउसिंग की सुविधा उपलब्ध होगी। सबसे खास बात यह है कि रेल, मेट्रो और बस सब एक साथ जुड़े होंगे, और सात फ्लाईओवर्स से ट्रैफिक हमेशा के लिए आसान हो जाएगा। RLDA का कहना है कि यह पूरी परियोजना एक इंटीग्रेटेड मल्टीमॉडल हब के रूप में विकसित होगी।






