अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, रायपुर। शहर के कमल विहार क्षेत्र में अवैध कब्जे को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। स्थानीय नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि कुछ छुटभैया नाडाचाप और पैजामाछाप नेता अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर सरकारी और निजी भूमि पर अवैध कब्जा कर रहे हैं। इसके अलावा, बस्ती के कुछ लोगों ने भी कमल विहार क्षेत्र की जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है, जिससे यह मामला और पेचीदा हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ये नेता अवैध कब्जे को बढ़ावा देने में लगे हुए हैं और प्रशासन की अनदेखी के कारण इन्हें खुली छूट मिल रही है। आरोप यह भी है कि ये नेता अपनी राजनीतिक पकड़ का फायदा उठाकर सरकारी जमीनों पर अवैध निर्माण करवा रहे हैं, जिससे शहर के नियोजित विकास पर बुरा असर पड़ रहा है। शहर के कमल विहार क्षेत्र में अवैध कब्जे को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कुछ छुटभैया नाडाचाप और पैजामाछाप नेता प्रशासन की अनदेखी के चलते यहां अवैध रूप से भूमि पर कब्जा कर रहे हैं।
बस्ती के कुछ निवासियों ने भी कमल विहार की जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है। प्रशासनिक अधिकारियों से इस मामले में जल्द कार्रवाई की मांग की जा रही है। कमल विहार क्षेत्र में अतिक्रमण करने वाले कुछ बस्तीवासियों का कहना है कि वे वर्षों से इस जगह पर रह रहे हैं और अब प्रशासन उन्हें जबरन हटाने की कोशिश कर रहा है। उनका दावा है कि उनके पास कोई अन्य आवासीय व्यवस्था नहीं है, इसलिए वे मजबूरी में यहां बसे हुए हैं। इस पूरे मामले में प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय निवासियों और जागरूक नागरिकों ने मांग की है कि जिला प्रशासन इस अवैध कब्जे के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई करे और कमल विहार क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त बनाए।
RDA लगातार कर रहा कड़ी कार्रवाई
कौशल्या माता विहार योजना (कमल विहार) के सेक्टर 3 में योजनाबध्द तरीके से किए जा रहे अवैध कब्जा को आज रायपुर विकास प्राधिकरण ने नगर निगम, राजस्व विभाग और पुलिस प्रशासन की मदद से हटा दिया। कल दोपहर बाद अचानक फैली एक अफवाह के बाद गोकुलनगर, बोरियाखुर्द, लालपुर और संतोषीनगर के निवासियों ने बोरिया तालाब के क्षेत्र सेक्टर 3 की खुली भूमि पर बांस, बल्ली, चादर, बोरा,रस्सी और साडियां लगा कर जमीन की घेराबंदी शुरु कर अपना कब्जा जमा करना शुरु कर दिया था। इनमें अधिकांश महिलाएं शामिल थी। रायपुर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुंदन कुमार को जब यह जानकारी मिली तो उन्होंने प्राधिकरण के पूरे अमले को सक्रिय किया और निर्देश दिया कि तत्काल कार्रवाई करते हुए आज ही सारे कब्जे हटाए जाएं। इस पर प्राधिकरण की अतिरिक्त सीईओ शिम्मी नाहिद के नेतृत्व में जिला प्रशासन, नगर निगम जोन-10 और पुलिस प्रशासन के समन्वय से दोपहर 12 जेसीबी की मदद से स्थल पर बनीं झोपड़िया और कब्जे हटाए गए।