अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मध्य प्रदेश के पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह को तत्काल प्रभाव से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है । सिंह की कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण यह निर्णय लिया गया है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने एक विज्ञप्ति में कहा, “माननीय कांग्रेस अध्यक्ष ने मध्य प्रदेश के पूर्व विधायक श्री लक्ष्मण सिंह को उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण तत्काल प्रभाव से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्ष की अवधि के लिए निष्कासित कर दिया है ।”
इससे पहले, कांग्रेस की हरियाणा इकाई ने एक पूर्व विधायक समेत पांच नेताओं को तत्काल प्रभाव से पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने के कारण छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था । हाल ही में पार्टी नेताओं के पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने की रिपोर्ट के बाद नेताओं को निष्कासित किया गया । निष्कासित नेताओं में पूर्व विधायक रामबीर सिंह भी शामिल हैं । अन्य चार नेता विजय कौशिक, राहुल चौधरी, पूजा रानी और रूपेश मलिक हैं।
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है, “नगर निगम चुनाव (2025) की चल रही प्रक्रिया के दौरान हाल के दिनों में पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए गए पार्टी नेताओं/कार्यकर्ताओं से संबंधित संचार के विभिन्न माध्यमों से रिपोर्ट प्राप्त होने के परिणामस्वरूप, निम्नलिखित व्यक्तियों को तत्काल प्रभाव से 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया जाता है।” इससे पहले 20 फरवरी को हरियाणा कांग्रेस ने आगामी 2025 नगर निगम चुनावों में “पार्टी विरोधी गतिविधियों” में शामिल होने के आरोप में राज्य भर से सात पार्टी नेताओं को निष्कासित कर दिया था । राज्य प्रभारी बीके हरिप्रसाद के परामर्श से सात नेताओं को छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया।
निष्कासित नेताओं में पूर्व जिला कांग्रेस कमेटी (डीसीसी) अध्यक्ष तरलोचन सिंह और अशोक खुराना (करनाल), सदस्य समन्वय समिति प्रदीप चौधरी (करनाल) और पूर्व जिला युवा कांग्रेस (डीवाईसी) अध्यक्ष मधु चौधरी (यमुना नगर) शामिल हैं। हिसार विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार राम निवास रारा को भी पार्टी ने निष्कासित कर दिया है । इसके अलावा, गुरुग्राम से हरविंदर (लवली) और गुरुग्राम से राम किशन सैन को तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।