अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, मध्य प्रदेश : पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कान्ह और सरस्वती नदियों की बिगड़ती स्थिति पर गहरा दुःख व्यक्त किया है और वर्तमान पीढ़ी से इनका संरक्षण न कर पाने के लिए क्षमा याचना की है।
महाजन ने स्वीकार किया कि नदियों की वर्तमान स्थिति शर्मनाक है और उन्होंने कहा, “हम इन नदियों का संरक्षण और संरक्षण नहीं कर पाए। इनकी वर्तमान स्थिति के लिए हमें युवा पीढ़ी से क्षमा याचना करनी चाहिए।” उन्होंने मंगलवार को देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के आईईटी सभागार में शुरू हुए “प्रकृति संवाद” में यह बात कही।
इस मुद्दे की गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि आगामी सिंहस्थ के दौरान, कान्ह-सरस्वती नदियों का पानी कथित तौर पर शिप्रा में नहीं जाने दिया जाएगा।
इसके बजाय, इसे पाइपलाइनों के माध्यम से मोड़कर चंबल नदी में छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा, “हमने कान्ह और सरस्वती नदियों को प्रदूषित किया है और आज हम आने वाली पीढ़ियों के सामने शर्मिंदा हैं।”





