क्षिप्रा नदी के 30 किलोमीटर के हिस्से का नाम रामघाट रखें: महंत हरि गिरि ने सीएम से कहा
अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, मध्य प्रदेश : जूना अखाड़े के मुख्य संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महासचिव महंत हरि गिरि ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को सुझाव दिया है कि उज्जैन शहर में क्षिप्रा नदी के पूरे 30 किलोमीटर हिस्से का नाम ‘रामघाट’ रखा जाए। उन्होंने शुक्रवार शाम को कहा, “सिंहस्थ महाकुंभ-2028 के लिए करोड़ों लोगों के उज्जैन आने की उम्मीद है और यह सुनिश्चित करने के लिए कि हर आगंतुक को ‘अमृत स्नान’ मिले, सरकार को त्रिवेणी से सिद्धवट घाट तक पूरे हिस्से का नाम रामघाट रखना चाहिए।” सिंहस्थ की सफलता के लिए 11 दिवसीय विशेष यज्ञ के दौरान नरसिंह घाट के पास दातार आश्रम में महंत हरि गिरि ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ के समय उन्होंने क्षिप्रा नदी के 30 किलोमीटर हिस्से में दोनों तरफ स्थायी घाट बनाने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र दिया था। उन्होंने कहा, “यह संतोष की बात है कि मुख्यमंत्री ने हमारे सुझाव को लागू करने का फैसला किया और इस मार्ग पर नए घाटों का निर्माण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया है कि सिंहस्थ स्नान के लिए आने वाले लोगों को केवल क्षिप्रा का जल ही मिलेगा।”