अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, मोरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद ज़िले में एक थाना प्रभारी (एसएचओ) समेत दस पुलिसकर्मियों को कथित तौर पर सबूतों को दबाकर गोमांस तस्करी के एक मामले को दबाने की कोशिश करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (मुरादाबाद) सतपाल अंतिल के हवाले से बताया कि आंतरिक जाँच के बाद पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। जाँच में पाया गया कि दस पुलिसकर्मियों ने मांस ज़ब्त किया और घटना को छिपाने के लिए कार छिपा दी।
रिपोर्ट के अनुसार, निलंबित किए गए दस पुलिसकर्मियों में एसएचओ (पाकबड़ा) मनोज कुमार, चौकी प्रभारी अनिल कुमार, उप-निरीक्षक महावीर सिंह और तस्लीम, हेड कांस्टेबल बंसत कुमार और धीरेंद्र कसाना, कांस्टेबल मोहित, मनीष और राहुल, और कांस्टेबल ड्राइवर सोनू सैनी शामिल हैं।
उन्हें उत्तर प्रदेश अधीनस्थ पुलिस अधिकारी (दंड एवं अपील) नियम, 1991 के नियम 17(1)(ए) के प्रावधानों के तहत घोर लापरवाही, मनमानी और अपने कर्तव्यों के प्रति निष्क्रियता के गंभीर आरोप में निलंबित किया गया है।
मंगलवार दोपहर हमें सूचना मिली कि मुरादाबाद के पाकबड़ा थाना क्षेत्र में गोमांस ले जा रहे एक वाहन को रोकने के बाद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। मामले की गंभीरता को देखते हुए और पूर्व निर्देशों को ध्यान में रखते हुए, हमने मामले की जाँच के लिए एक विशेष अभियान समूह (एसओजी) टीम का गठन किया। जाँच दल ने पुष्टि की कि आरोपी पुलिसकर्मी मामले में उचित कार्रवाई करने में विफल रहे और मामले को दबाने की कोशिश की।
पुलिस के अनुसार, यूपी-112 की एक पुलिस टीम ने पाकबड़ा थाना क्षेत्र के उमरी सब्जीपुर वन क्षेत्र में एक “संदिग्ध” होंडा सिटी कार को रोका।





