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पंजाब: तरनतारन थाने पर रॉकेट लांचर से हमला, खालिस्तान समर्थक आतंकियों और ISI पर शक

Tarn Taran Police Station attacked: पंजाब के तरनतारन में एक पुलिस स्टेशन पर रॉकेट लांचर से हमला किया गया है। शनिवार को मीडिया रिपोर्ट में ये दावा किया गया है। पीटीआई के मुताबिक, आधिकारिक सूत्र का कहना है कि पंजाब के तरनतारन जिले के पुलिस थाने में रॉकेट लॉन्चर जैसे हथियार से फायरिंग की गई है। शुरुआती रिपोर्ट में कहा गया है कि हमले में कोई चोट या संरचनात्मक क्षति नहीं हुई है। पुलिस अधिकारियों ने अभी तक कथित रॉकेट लॉन्चर हमले पर कोई बयान नहीं दिया है।

फोरेंसिक टीम जुटी सबूत इकट्ठा करने में

फोरेंसिक टीम सबूत इकट्ठा करने और हमले की प्रकृति का पता लगाने के लिए थाने पहुंच गई है। पुलिस स्टेशन पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब स्थित है। इस बीच, अधिकारियों ने पूरे पंजाब में अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं सूचना मिलते ही डीजीपी पंजाब भी मौके पर पहुंच रहे हैं।

मनजिंदर सिंह सिरसा ने CM मान पर साधा निशाना

भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने शनिवार की सुबह ट्वीट करते हुए कहा,” सरहाली, तरनतारन में अमृतसर-बठिंडा राजमार्ग पर एक संवेदनशील स्थान पर स्थित पुलिस स्टेशन पर रॉकेट लांचर जैसे हथियार से गोलीबारी की गई है। AAP की पंजाब सरकार केजरीवाल के फरमान पर चलते हुए गुजरात/दिल्ली में पार्टी करने में व्यस्त है और सीएम भगवंत मान जी ने सीमावर्ती राज्य की शांति और सुरक्षा की अनदेखी की है!”

खालिस्तान समर्थक आतंकवादियों पर शक

पुलिस स्टेशन पर आरपीजी फायर हमले के पीछे कथित तौर पर खालिस्तान समर्थक आतंकवादियों का हाथ है। टाइम्स नाउ ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के इशारे पर, खालिस्तान समर्थक आतंकवादियों ने पंजाब में सक्रिय अपने स्लीपर सेल के जरिए इस घटना को अंजाम दिया है। सूत्रों ने चैनल को बताया कि आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के पैतृक गांव में आरपीजी हमला किया गया था।

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आतंकी हरविंदर रिंदा की मौत के बाद हुआ हमला

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कुछ दिनों पहले आतंकी हरविंदर रिंदा की मौत के बाद ये गोलीबारी एक जवाबी हमला माना जा रहा है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई रिंदा को जिंदा रखना चाहती है। इसी वजह से माना जा रहा है कि हमले की योजना बनाई गई थी। इसे खालिस्तान समर्थक आतंकी हरविंदर रिंदा के आतंक को जिंदा रखने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।