अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज लोकसभा को बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकवादियों को कल श्रीनगर के पास दाचीगाम इलाके में चलाए गए एक अभियान के दौरान मार गिराया गया। ऑपरेशन सिंदूर पर चल रही बहस के दौरान संसद में बोलते हुए, शाह ने कहा कि ऑपरेशन महादेव नामक इस अभियान में पहलगाम नरसंहार के मास्टरमाइंड सुलेमान शाह (जिसे आसिफ के नाम से भी जाना जाता है) और हमले से जुड़े दो अन्य आतंकवादियों का सफाया कर दिया गया।
उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि यह अभियान विश्वसनीय खुफिया जानकारी, जिसमें आतंकवादियों से जुड़े एक सैटेलाइट फ़ोन सिग्नल भी शामिल था, के आधार पर चलाया गया था, जिसमें दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान के पास लिडवास-हरवान के जंगली इलाके में उनकी मौजूदगी का संकेत दिया गया था। शाह का यह बयान विपक्ष की कड़ी आलोचना के बीच आया है, जिसने सरकार पर यह स्पष्ट करने का दबाव डाला है कि आतंकवादी कश्मीर में इतनी गहराई तक कैसे घुस आए और हमले के 100 दिनों से ज़्यादा समय तक कैसे फ़रार रहे। गौरव गोगोई सहित कांग्रेस नेताओं ने जवाबदेही की माँग की और सुरक्षा चूक पर सवाल उठाए।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी लोकसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए भारत की जवाबी कार्रवाई ने नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी ढाँचे को काफ़ी हद तक ध्वस्त कर दिया है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि अगर ख़तरा बना रहा तो ऑपरेशन फिर से शुरू किया जाएगा।