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बालाघाट में एक पखवाड़े के भीतर बाघ का दूसरा हमला आदिवासी की मौत

अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, भोपाल: मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में एक पखवाड़े के भीतर बाघ के हमले की एक और दुखद घटना सामने आई है। शुक्रवार की सुबह कटंगी थाना क्षेत्र में 35 वर्षीय अनिल नामक व्यक्ति की मौत हो गई। अनिल पुत्र आनंदन सिंह भलावी की मौत हो गई। उसका शव उसके पैतृक गांव कछार के पास जंगल में बुरी तरह क्षत-विक्षत अवस्था में मिला। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय डाबर ने हमले की पुष्टि की और आईएएनएस को बताया कि बाघ ने पीड़ित के शरीर के पिछले हिस्से को खा लिया था। इससे पता चलता है कि उसे मारने से पहले जंगल में घसीटा गया था। यह घटना सोनवानी जंगल के पास हुई। यह इलाका बाघों की आबादी के लिए जाना जाता है, लेकिन वन्यजीव अभयारण्य के रूप में इसे औपचारिक संरक्षण प्राप्त नहीं है।

भोपाल के वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में स्थानांतरित कर दिया गया। वर्ष 2025 के शुरुआती महीनों में बाघ-मानव संघर्ष के कम से कम छह मामले सामने आए हैं। इनमें से चार बांधवगढ़ और दो बालाघाट में हुए। एक वन अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि इलाके में शिकार की कमी के कारण बाघ अक्सर मानव बस्तियों में घुस आते हैं और अक्सर मवेशियों या इंसानों पर हमला कर देते हैं। ये बड़ी बिल्लियाँ पेंच-कान्हा कॉरिडोर में घूमती हैं और कभी-कभी बफर ज़ोन में घुस जाती हैं। अधिकारियों का अनुमान है कि इस इलाके में करीब 30-35 बाघ रहते हैं, जिनमें से अनिल की मौत के लिए जिम्मेदार बाघ भी हो सकता है।

 

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