अनादि न्यूज़

सबसे आगे सबसे तेज

छत्तीसगढ़

बिट्टू को जेल के बाद भी भूपेश खुश क्यों…

अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, रायपुर। सत्ता में रहे या न रहे राजनेताओं और उनके परिवार को वीवीआईपी सुविधा मिलती रहेगी। सत्ता में एक बार रहने के बाद राजनेताओं को सुविधा का पट्टा लिखा देते है चाहे जहां भी रहे राजसी ठाठ देना सरकार और जेल प्रशासन की जिम्मेदारी हो जाती है। एैसा ही मामला रायपुर केंद्रीय जेल में देखने को मिला है। जिसकी जमकर चर्चा है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल उफऱ् बिट्टू बघेल को जेल में सारी सुख सुविधायें मिल रही है जो अन्य कैदियों के लिए सपना है। भूपेश बघेल लगातार सभा पर सभा कर भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री सहित देश के गृह मंत्री के खिलाफ भी जहर उगल रहे हैं। तथा आक्रमक रूप से मुद्दों को उठाकर भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर होते जा रहे हैं। पिछले दिनों दिल्ली में पिछड़ा वर्ग सम्मलेन के बहाने भूपेश बघेल केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर भड़ास निकाले, जिसका कांग्रेस के आलाकमान का भरपूर साथ मिला। अब सवाल उठता है कि छत्तीसगढ़ में क्या भूपेश बघेल ही कांग्रेस है या दूसरे शब्दों में कहें तो छत्तीसगढ़ में कांग्रेस भूपेश बघेल के इर्दगिर्द ही घूम रही है जो कांग्रेस के भविष्य के लिए ठीक नहीं है। क्योकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को भूपेश की एकला चलो की नीति से नुकसान उठाना पड़ा था। इन सब बातों को देख कर लोग कयास लगा रहे है कि जिस प्रकार से भूपेश बघेल के चेहरे पर सिकन भी नहीं है और सभाएं किये जा रहे हैं इससे जाहिर होता है कि उनके सुपुत्र बिट्टू बघेल को जेल में घर जैसा आराम मिल रहा है जिसकी भनक भाजपा के मंत्रियों को नहीं है। घर में बिट्टू की माताजी और उनकी पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है और भूपेश बघेल घूम-घूम कर सभाएं करने में व्यस्त हैं, पिछले दिनों अपने बंगले और विधानसभा क्षेत्र में हरेली तिहार भी बड़े धूमधाम से मनाए थे। , इसकी वजह जेल में मिल रहे उनके सुपुत्र को सुविधा है।

घोटाले का पैसा राजधानी के दो बड़े व्यावसायिक काम्प्लेक्स में

See also  छत्तीसगढ़ : मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राष्ट्रीय व्यापार एवं कृषि खाद्य मेला के पोस्टर का किया विमोचन

जानकारी के मुताबिक बिट्टू बघेल ने ईओडब्ल्यू और जांच एजेंसी को बताया कि उसके द्वारा दिए रकम को राजधानी के बड़े कारोबारी और उस समय के सबसे करीबी तथा सेंट्रल जेल में बंद कारोबारी परिवार ने अपने दो बड़े काम्प्लेक्स में इन्वेस्ट किया है। विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि बिट्टू बघेल ने उन सब की जानकारी भी दी है जिसका खुसाला ईओडब्ल्यू और जांच एजेंसी करने वाली थी, उसके पैसे राजधानी के कटोरा तालाब और राजधानी के दूसरे जगह के बड़े व्यावसायिक काम्प्लेक्स में भी लगे होने की जानकारी दी गई है जिसे शीघ्र ही शासन कुर्क करने की तैयारी में है।

प्रशासन जांच कर कार्रवाई करे तो सारी जानकारी सामने आ जाएगी

राजधानी के सेन्ट्रल जेल में बड़े अपराधियों को वीआईपी सुविधा उपलब्ध कराई जाने की जानकारी पहले भी आ रही थी लेकिन प्रशासन के कड़ाई करने पर ये सब बंद हो गया था परन्तु बिट्टू बघेल के जेल जाने के बाद फिर से काले कारनामे शुरू हो गया है। बताया जाता है कि पूर्व में महादेव ऑनलाइन सट्टा से जुड़े अपराधियों के बैरक में काजू, बादाम सर्व किया जा रहा था, जेल के भीतर तक नशे का सामान भी पहुंच रहा है। यह भी शिकायतें मिलती रही है कि जेल में अपराधी मोबाइल से फोन करके समय-समय पर लोगों को धमकी भी देते हैं। जिसकी तस्दीक जेल के बाथरूम में मोबाइल मिलने की बात से हो गई थी। अब सवाल उठता है कि रायपुर के सेन्ट्रल जेल में अब बिट्टू बघेल के जाने के बाद फिर से यह खेल चालू तो नहीं हो गया। भूपेश बघेल के हावभाव से यह भी सच साबित होता दिख रहा है।

See also  19वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का समापन आज

समय समय पर कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और अन्य बड़े अधिकारी जेल का निरीक्षण करते हैं लेकिन बिट्टू के जाने के बाद ऐसी कोई कार्रवाई नहीं होने से भी सवाल पैदा होता है की बिट्टू बघेल को क्या सच में जेल में वीआईपी सुविधाएं मिल रही है। यदि उच्च अधिकारी इसकी जाँच करे तो चौकाने वाली बातें सामने आ सकती है।

जेल में बिट्टू बघेल को मोटे गद्दे भी मुहैया कराये जाने की जानकारी मिल रही है। प्रदेश के गृह मंत्री संज्ञान में लेकर जाँच कराये तो सब साफ हो जायेगा। आबकारी घोटाले में जेल में बंद बिट्टू बघेल को काजू, बादाम और किशमिश जैसे ड्राई फूड के साथ घर का खाना और चाय भी दिए जाने की जानकारी मिल रही है। इसमें अधिकारी और इंचार्ज की भूमिका संदिग्ध है। शासन को तत्काल जाँच करवाना चाहिए और सभी कैदी और जेल में बंद लोगों को जेल मेनुअल के हिसाब से ही सामान उपलब्ध करना चाहिए।

सूत्रों के मुताबिक जेल के भीतर आला अधिकारियों के छापामार कार्रवाई होने की सूचना पहले ही पहुंच जाने से सब कार्रवाई धरी की धरी रह जाती है इस वजह से पूर्णत: गोपनीयता से यदि जाँच हो जाये तो सब स्पष्ट हो जायेगा। जेल के बैरक में मोबाइल फोन, चाकू जैसी पट्टी, चिलम, बीड़ी, सिगरेट, तंबाखू जैसी प्रतिबंधित सामान के अलावा ड्राई फ्रूट भी मिल जायेंगे। जो जेल में बंद लोगों के रसूख के हिसाब से दिया जाता है।