भारत से टैरिफ हटाएगा अमेरिका? PM मोदी और ट्रंप के बीच फोन पर हुई बात, पीएम मोदी ने दी जानकारी

किन-किन मुद्दों पर हुई चर्चा
दोनों नेताओं ने 21वीं सदी के लिए इंडिया-US COMPACT (मिलिट्री पार्टनरशिप, एक्सेलरेटेड कॉमर्स और टेक्नोलॉजी के लिए मौके बढ़ाना) को लागू करने से जुड़े जरूरी टेक्नोलॉजी, एनर्जी, डिफेंस और सिक्योरिटी, और दूसरे ज़रूरी सेक्टर में सहयोग बढ़ाने पर भी अपने विचार शेयर किए. PM मोदी और ट्रंप ने खास रीजनल और ग्लोबल डेवलपमेंट के बारे में भी बात की. वे बदलते जियोपॉलिटिकल माहौल में एक जैसी चुनौतियों से निपटने और आम हितों को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए.
अमेरिका ने भारत के प्रस्ताव को बेहतर बताया
अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीर ने कहा है कि भारत ने अमेरिकी पक्ष को अब तक के सबसे बेहतर प्रस्ताव दिए हैं. वॉशिंगटन डीसी में सीनेट की एक उपसमिति की बैठक में उन्होंने बताया कि अमेरिकी व्यापार दल इस समय भारत में मौजूद है और कृषि क्षेत्र से जुड़ी बाधाओं पर चर्चा कर रहा है.
भारत अपना कृषि और डेयरी सेक्टर अमेरिका के लिए नहीं खोलना चाहता. भारत में करोड़ों लोगों की आजीविका दूध उत्पादन से चलती है. जैमीसन ग्रीर ने भारत की सराहना करते हुए कहा कि बातचीत के दौरान भारत का रुख काफी आगे बढ़कर रहा है.
‘अमेरिका अगर खुश है तो कर दे हस्ताक्षर’
वहीं वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार (11 दिसंबर 2025) को कहा कि अगर अमेरिका व्यापार समझौते से संबंधित भारतीय पेशकश से खुश है तो उसे मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर कर देने चाहिए. उन्होंने भारत की तरफ से रखी गई पेशकश पर ट्रंप प्रशासन के विचारों का स्वागत किया, लेकिन दोनों देशों के बीच लंबे समय से इंतजार किए जा रहे FTA पर हस्ताक्षर की कोई समयसीमा बताने से परहेज किया.
अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीयर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पीयूष गोयल ने कहा, ‘उनकी खुशी का बहुत स्वागत है और मेरा मानना है कि अगर वे बहुत खुश हैं तो उन्हें बिना किसी देरी के इस पर हस्ताक्षर कर देना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि व्यापार समझौते पर अमेरिका के साथ बातचीत के पांच दौर पूरे हो चुके हैं.
पुतिन के दौरे के बाद पहली बातचीत
PM मोदी और ट्रंप ने खास रीजनल और ग्लोबल डेवलपमेंट्स पर भी बात की. वे बदलते जियोपॉलिटिकल माहौल में आम चुनौतियों से निपटने और आम हितों को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए. दोनों नेता स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप को और गहरा करने के लिए संपर्क में रहने पर सहमत हुए. दोनों नेताओं के बीच यह बातचीत रूस के प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दो दिन की हाई-स्टेक्स समिट के लिए नई दिल्ली पहुंचने के कुछ दिनों बाद हुई है.





