भिलाई इस्पात संयंत्र: लोहा चोरी रोकने पर ट्रांसपोर्टर दबाव, सख्त कार्रवाई की मांग।

अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, भिलाई: आचार्य नरेंद्र देव स्मृति जन अधिकार अभियान समिति ने भिलाई इस्पात संयंत्र में व्याप्त चोरी और भ्रष्टाचार की केंद्र सरकार से शिकायत कर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। अध्यक्ष आर पी शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इस्पात मंत्री एचडी कुमार स्वामी और इस्पात सचिव को पत्र लिखकर संयंत्र में लंबे समय से चल रही अनियमितताओं की जानकारी दी। हाल ही में सीआईएसएफ ने लोहा चोरी करते ट्रक को पकड़ा था, जिसके बाद प्रबंधन ने तीन चालकों और दो सुपरवाइजर पर प्रतिबंध लगाया। समिति ने इस मामले में सीबीआई जांच की भी मांग की है।
शर्मा ने बताया कि एचटीसी हैवी ट्रांसपोर्ट कंपनी के दो सुपरवाइजर अखिलेश कुमार तिवारी और आत्मानंद का गेट पास रद्द कर दिया गया है और तीन गाड़ियों व ड्राइवरों को बैन किया गया। इसके बाद कंपनी ने अन्य प्रदेशों से आने वाली गाड़ियों की आवाजाही रोक दी, जो गैरकानूनी और समझ से परे है। शर्मा ने इसे प्रबंधन पर दबाव डालकर दादागिरी करवाने की कोशिश बताया।
शर्मा ने बताया कि भिलाई इस्पात संयंत्र रेत के लिए ट्रांसपोर्टरों के साथ टेंडर करता है, लेकिन कुछ ट्रक रेत के बदले लोहा लेकर लौट रहे थे, जिसे सीआईएसएफ ने पकड़ा। यह घपला लंबे समय से चल रहा था। 22 सितंबर से एचटीसी ने काम बंद कर दिया, जिससे भारी वाहनों की आवाजाही रुकी और संयंत्र को हुए नुकसान की जांच जरूरी है।
अपने पत्र में शर्मा ने लिखा कि चोरी के बाद एचटीसी की हरकतों को देखते हुए प्रबंधन को उससे पूरी तरह नाता तोड़ लेना चाहिए। ट्रांसपोर्टर आरोपी कर्मचारियों का गेट पास बहाल करने की मांग कर रहे हैं, जो संदेहास्पद है। उनका कहना है कि ट्रांसपोर्टर समूह बनाकर मनमानी कर रहे हैं और संभवतः उन्हें किसी का संरक्षण प्राप्त है। शर्मा ने चेतावनी दी कि अगर प्रबंधन ने इनसे संबंध नहीं तोड़े, तो अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठेंगे। उन्होंने सुझाव दिया कि जरूरत पड़ने पर ग्लोबल टेंडर के जरिए काम लिया जाए।





