राजधानी के वीआईपी रोड में बढ़ता अपराध, कानून व्यवस्था हुई लाचार, तेलीबांधा थानेदार पर आखिर किसकी मेहरबानी…..?
अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, रायपुर। छत्तीसगढ़ में बढ़ते अपराध से जनता पूरी तरह से त्रस्त हो गयी है। कांग्रेस की सत्ता बदलने के बाद भी प्रदेश में अपराध कम नही हो पा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार से सुशासन की उम्मीद जनता को थी पर अब तक कोई भी बदलाव नजर नही आ रहा है। राजधानी में बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने वाले ही अपराध को बढ़ाने में संलिप्त नजर आ रहे है। विधानसभा सत्र में कांग्रेस के नेताओ ने प्रदेश में बढ़ते अपराध पर जोरदार हंगामा किया है। छत्तीसगढ़ की राजधानी के तेलीबांधा थाने की असफलता अब सभी को नजर आ रही है। वीआईपी रोड सहित तेलीबांधा थाने की चर्चा गली मोहल्लों में जोरो पर है। वीआईपी रोड अपराध का गढ़ बनता जा रहा है। देर रात तक बड़े क्लब में शराब परोसी जा रही है। पुलिस विभाग की कारवाही खाना पूर्ति तक ही नजर आ रही है। वीआईपी रोड के हाइपर क्लब में कुछ दिन पहले एक गोली कांड हुआ था। उस मामले में अपराधियो की गिरफ्तारी करके मामले को शांत कर दिया गया।
पर उस मामले में तेलीबांधा टीआई फैजुल शाह के ऊपर कोई कार्यवाही विभाग के आला अफसरों के द्वारा नही की गई। जो कि अपने आप मे सोचनीय प्रश्न है। मानलो अगर किसी वीआईपी का उस मार्ग से आना जाना हो रहा हो और उसी समय गोली चल जाये तो क्या होगा।
आखिर इतनी बडी घटना में तेलीबांधा टीआई के ऊपर कारवाही क्यो नही की गई। आज मुख्यमंत्री के पहुना में हथियार में रखा नवयुवक पहुँच रहा है। क्या पुलिस विभाग कमजोर हो गया है।इस घटना के होते ही आनन फानन में छय पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया वही वीआईपी रोड में देर रात एक बजे हुए गोली कांड पर तेलीबांधा टीआई पर विभाग ने सस्पेंड की कारवाही क्यो नही की।आखिर इस थानेदार के ऊपर किसका बड़े व्यक्ति या अफसर का हांथ है। इसकी जांच भी होने की आवश्यकता है।वीवीआईपी क्षेत्र में हुए मामले पर अब तक उच्च अधिकारियों ने कड़े कदम नही उठाये यह समझ से परे है।