रायपुर में समर कैंप के अंतर्गत चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन, बच्चों के चित्रों में प्रकृति, सामाजिक मुद्दों, त्योहारों और जीवन के विविध रंगों का समावेश
अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, रायपुर। धरसीवा ब्लॉक में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला जोरा में आज एक विशेष आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने अपनी रचनात्मकता को उजागर करने का अवसर प्राप्त किया। यह कार्यक्रम समर कैंप और मोहल्ला क्लास की पहल के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य बच्चों को कला एवं अभिव्यक्ति के माध्यम से सीखने के लिए प्रेरित करना था। इस प्रतियोगिता में शाला के कई विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी रुचि एवं कल्पनाशीलता के अनुरूप चित्र बनाए। बच्चों के चित्रों में प्रकृति, सामाजिक मुद्दों, त्योहारों और जीवन के विविध रंगों का समावेश देखा गया, जिससे उनकी सोच और सृजनशीलता का अनूठा प्रदर्शन हुआ।
समर कैंप का उद्देश्य और महत्व
समर कैंप एक ऐसा मंच प्रदान करता है जहाँ बच्चे अपनी रचनात्मक क्षमताओं का विकास कर सकते हैं और नई चीजें सीख सकते हैं। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल बच्चों की प्रतिभा को निखारना था, बल्कि उनकी मानसिक और बौद्धिक क्षमता को भी बढ़ावा देना था। ऐसे कार्यक्रम बच्चों को आत्मविश्वास प्रदान करते हैं और उन्हें प्रेरित करते हैं कि वे अपनी कला को और अधिक उन्नत कर सकें। इसके अतिरिक्त, समर कैंप के माध्यम से बच्चों को कला, संगीत, खेल और अन्य गतिविधियों में भी प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे उनकी समग्र विकास प्रक्रिया को बल मिलता है। इस चित्रकला प्रतियोगिता में अनेक प्रतिभाशाली बच्चों ने भाग लिया, और उनकी कला को जजों द्वारा गहन निरीक्षण के बाद पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार सनोवर जहां, द्वितीय पुरस्कार इशरत जहां, और तृतीय पुरस्कार फरीन बानो को प्रदान किया गया।
यह आयोजन हुमाना पीपल टू पीपल इंडिया संस्था द्वारा संचालित किया गया, जिसका उद्देश्य बच्चों के शिक्षा स्तर को बेहतर बनाना और उनके कौशल को विकसित करना है। इस कार्यक्रम में संस्था के प्रतिनिधि अर्नब गांगुली और राकेश कुमार सोनवानी विशेष रूप से उपस्थित रहे, जिन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित किया और उनके प्रयासों की सराहना की। इसके अलावा, बच्चों के माता-पिता, शिक्षक और गांव के अन्य लोग भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने बच्चों के चित्रों को देखा और उनकी रचनात्मकता की सराहना की। समुदाय के इस प्रकार के सहयोग से बच्चों को आगे बढ़ने और अपनी कला में सुधार करने की प्रेरणा मिली। इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों को न केवल कला के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है, बल्कि वे टीम वर्क, प्रतिस्पर्धा और आत्मनिर्भरता जैसे महत्वपूर्ण जीवन कौशल भी सीखते हैं। यह प्रतियोगिता बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने और उन्हें नए अवसरों की ओर प्रेरित करने में सहायक रही।