अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, मध्य प्रदेश : वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (डब्ल्यूबीआर) ने दुर्लभ, लुप्तप्राय और संकटग्रस्त (आरईटी) प्रजातियों के संरक्षण में उनके असाधारण कार्य के लिए राज्य के वन विभाग के अधिकारियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों को सम्मानित किया है।
इंदौर में मुख्य वन संरक्षक पी. एन. मिश्रा और वन विभाग के वन संरक्षक प्रदीप मिश्रा के नेतृत्व में शुरू की गई यह पहल अब रीवा, सतना, ग्वालियर, उज्जैन, धार और खंडवा तक फैल गई है।
इस अभियान की शुरुआत बड़गोंडा और नवरतन बाग में विकसित नर्सरियों से हुई, जहाँ छिंदवाड़ा और पचमढ़ी से लाए गए पौधों को हज़ारों पौधों में विकसित किया गया।
आरईटी और देशी प्रजातियों पर ध्यान केंद्रित करने का संदेश जल्द ही पूरे मध्य प्रदेश में फैल गया, जिससे समन्वित वृक्षारोपण अभियानों को प्रेरणा मिली, जो सामान्य प्रजातियों से आगे बढ़कर विलुप्त होने के कगार पर पहुँची प्रजातियों तक पहुँच गए।





