सोनम वांगचुक को गिरफ्तारी के बाद जोधपुर सेंट्रल जेल में हाई-सिक्योरिटी वार्ड में रखा गया।

अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, लेह पुलिस ने पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को NSA के तहत गिरफ्तार किया। उन्हें कुछ घंटों में लद्दाख से जोधपुर जेल में स्थानांतरित कर हाई-सिक्योरिटी वार्ड में 24 घंटे CCTV निगरानी में रखा गया और मेडिकल जांच की गई। वांगचुक पर 3 दिन पहले लेह में हुए प्रदर्शन को भड़काने का आरोप है, जिसमें 90 से अधिक घायल और 4 मौतें हुई थीं।
सीसीटीवी कैमरे से हो रही निगरानी
जेल में वांगचुक को 24 घंटे कड़ी सुरक्षा में रखा गया है और सीसीटीवी कैमरों से लगातार निगरानी की जा रही है। इसी जेल में आसाराम बापू भी बंद हैं, लेकिन वे अलग वार्ड में हैं।
24 सितंबर को अपना अनशन किया समाप्त
वांगचुक ने 10 सितंबर को छठी अनुसूची में शामिल करने, लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और उसकी नाजुक पारिस्थितिकी की सुरक्षा की मांग पर लेह में अनशन शुरू किया था। शहर में हिंसा फैलने के बाद उन्होंने 24 सितंबर को अनशन समाप्त किया।
लेह में इंटरनेट सेवाएं बंद
वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद लेह में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। यह कार्रवाई लद्दाख राज्य और छठी अनुसूची विस्तार के समर्थन में हुए हिंसक प्रदर्शन के दो दिन बाद हुई, जिसमें चार की मौत और 90 घायल हुए।
गिरफ्तारी के विरोध में AAP ने निकाला कैंडल मार्च
आम आदमी पार्टी (AAP) ने सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के विरोध में शाम 7 बजे जंतर-मंतर पर मोमबत्ती जुलूस निकाला है। आप के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए।





