अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, रायपुर: कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिकता व जनसंचार विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो मानसिंह परमार ने कहा की सोशल मीडिया सबसे ज्यादा अनसोशल हो गया है। आज जिसके हाथ में मोबाइल है, वही पत्रकार बन जाता है। जैसे प्रिंट मीडिया पूरी ज़िम्मेदारी से काम करता है। ठीक वैसे ही सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को भी अपनी ज़िम्मेदारी समझनी चाहिए। प्रेस कौंसिल ऑफ़ इन्डिया की तर्ज पर ही सोशल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए भी नियामक आयोग बनना चाहिए। इसमें सिर्फ पत्रकारों को ही पदाधिकारी बनाया जाए। प्रो. परमार गुरुवार को ब्रह्मकुमार ओमप्रकाश भाई की नौवीं पुण्यतिथि पर शांति सरोवर रिट्रीट सेंटर में मीडिया परिसंवाद को संबोधित कर रहे थे। इसका विषय था, नई सामाजिक व्यवस्था के लिए दृष्टि व मूल्य निर्धारण में मीडिया की भूमिका।





