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स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है पान, मगर क्यों नहीं खाते हैं बासी?

अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, मुंबई: ‘खइके पान बनारस वाला…’ पान का नाम लेते ही हरे-हरे चिकने पत्ते आंखों के सामने आ जाते हैं। पान का इस्तेमाल कई कामों में होता है। यह धार्मिक अनुष्ठानों से लेकर माउथ फ्रेशनर तक इस्तेमाल किया जाता रहा है। साथ ही स्वास्थ्य के लिहाज से भी पान उत्तम है, इस बात की पुष्टि आयुर्वेदाचार्य खुद करते हैं। हालांकि, वे यह भी बताते हैं कि बासी पान स्वास्थ्य के लिए सही नहीं होता है।

सर्वप्रथम पूजनीय गणपति का पूजन हो या सत्य नारायण की कथा, यहां तक कि भगवती को भी पान विशेष पसंद है। शास्त्रों के अनुसार देवी के एक रूप मां कात्यायनी की आराधना से पहले पान खाने की मान्यता है। आयुर्वेद के विशेषज्ञ ताजे पान को कई लिहाज से उत्तम बताते हैं, वहीं बासी पान से परहेज करने की हिदायत भी देते हैं।

बासी पान में बैक्टीरिया और अन्य सूक्ष्मजीव पनप सकते हैं, जो पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं। इस वजह से बासी पान को नहीं खाना चाहिए। यह शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकताहै। बासी पान खाने से पेट खराब होने की संभावना बढ़ जाती है।

उनका कहना है, “पान के पत्तों में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो शरीर को कई तरह के संक्रमण से बचाने में मददगार होते हैं। औषधीय गुणों से भरपूर पान खाने से कई फायदे मिलते हैं। पान के पत्ते खाना पचाने में मदद करते हैं। पान जब भी खाएं उसमें चूना के बजाय गुलकंद, सौंफ, सीड्स, मेवे मिला सकते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि दिन भर में पान दो या तीन से ज्यादा नहीं खाना चाहिए।”

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