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10वीं सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में अथर्व और उत्कर्ष ने मारी बाजी

अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, रायपुर। CBSE Board Class 10th 2024: CBSE 10वीं की परीक्षा परिणाम के बाद देश भर के छात्रों में खुशी की तस्वीरें सामने आईं हैं, इन्ही तस्वीरों में से एक तस्वीर काफी प्रेरणादायी रही, राजधानी रायपुर के केपीएस स्कूल के अथर्व और उत्कर्ष ने सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में बेहतरीन अंक प्राप्त कर शानदार प्रदर्शन किया है, अथर्व ने जहां 92.5 प्रतिशत तो वहीं उत्कर्ष ने 90 प्रतिशत लाकर बाजी मारी है, बता दें अथर्व और उत्कर्ष मध्यप्रदेश के रीवा के रहने वाले हैं, अथर्व को 92.5 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं, मैथ्स में उन्हें 100 में 100 नंबर मिले हैं, वहीं उत्कर्ष 90 प्रतिशत, अथर्व कहते हैं कि किन कठिन परिस्थितियों में उन्होंने ये सफलता हासिल की है, ये उनसे और उनके पिता से बेहतर और कोई नहीं समझ सकता है। अब 10वीं के नंबर बने चर्चा का विषय।

गणित में 100 में 100 नंबर हासिल किए

अथर्व के पिता समाजसेवी हैं, जबकि उनकी मां ग्रहणी हैं, अथर्व ने CBSC 10वीं का बोर्ड एग्जाम दिया था, जब रिजल्ट आया तो अथर्व को मैथ, में 100 में 100 नंबर मिले हैं, अथर्व ने अपनी सफलता का राज कठिन परिश्रम और धैर्य को बताया है। अथर्व ने कहा कि जब आप मेहनत के साथ पढ़ाई करते हैं तो सफलता जरूर मिलती है, अथर्व की सफलता में स्कूल, फैकल्टी और पैरेंट्स का बहुत योगदान रहा है।

इंजीनियर बनना चाहते हैं अथर्व और उत्कर्ष

अथर्व ने कहा कि उनका सपना इंजीनियर बनने का है, हमारे द्वारा सवाल किया गया इंजीनियर ही क्यों बनना है, इसके बारे में अथर्व ने कहा कि मैं इंजीनियर बनकर अपने देश में रहकर काम करना चाहता हूँ, और अपने देश को विकसित देशों की श्रेणी में लाना चाहता हूँ।

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तैयारी की रणनीति जानने के लिए पढ़ें पूरा साक्षात्कार :

सवाल : सबसे पहले, सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं में शानदार प्रदर्शन के लिए आपको बधाई। रिजल्ट देखने के बाद आपका रिएक्शन कैसा था ?

अथर्व,उत्कर्ष:  बहुत-बहुत धन्यवाद, हालांकि जो मैंने सोच रखा था वैसा नहीं हुआ मैंने खूब तैयारी की, समय पर सिलेबस पूरा किया, लगातार अपनी पढ़ाई के लिए दिन में 12 से 13 घंटे का समय दिया। मुझे लगभग 98 % की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और 92.5% परिणाम आया मुझे आश्चर्य हुआ। मेरे पेपर अच्छे गए, फिर भी परिणाम मन के मुताबिक नहीं रहा क्योंकि यह परीक्षक के मूड पर भी निर्भर करता है।

सवाल : आपका पसंदीदा विषय कौन सा है?

अथर्व,उत्कर्ष: मुझे गणित और विज्ञान दोनों पसंद हैं, लेकिन अगर किसी एक को चुनना हो, तो मैं गणित का चुनाव करूँगा।

सवाल : अध्ययन या तैयारी की रणनीति के लिए आपकी दिनचर्या क्या थी?

अथर्व,उत्कर्ष: देखिए, यह समय के अनुसार बदलता रहती है। शुरुआत में, जब हमारे पास परीक्षा से पहले बहुत समय होता है तब शिक्षक जो पढ़ाते थे उसे मैं प्रतिदिन नियमित रूप से 1-2 घंटे समय दिया करता था। फिर परीक्षा के एक या दो महीने पहले, मैं अपना सारा समय परीक्षा की तैयारी में लगाता था। मैं पाठ्यक्रम को दोहराया करता था, किताबें पढ़ता था, यह सुनिश्चित करता था कि कोई संदेह न रह जाए, कुछ अन्य पुस्तकों का भी संदर्भ के तौर पर इस्तेमाल किया। मैं विजुअल की मदद से चीजों को अच्छे से सीख लेता हूं, इसलिए मैंने विषय को स्पष्ट रूप से समझने के लिए वीडियो की मदद भी ली।

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सवाल : आपने 11वीं कक्षा के लिए कौन सी स्ट्रीम चुनी है या चुनेंगे?

अथर्व,उत्कर्ष: हां, मैंने पीसीएमसी (भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित और कंप्यूटर विज्ञान) को चुना है।

सवाल : आपके भविष्य के लक्ष्य क्या हैं?

अथर्व,उत्कर्ष: मुझे लगता है कि मैं इसे लेकर बिल्कुल स्पष्ट राय रखता हूं कि मैं इंजीनियर बनना चाहता हूं।

सवाल : भविष्य के छात्रों के लिए कोई संदेश या सलाह देना चाहेंगे ?

अथर्व,उत्कर्ष: हां, मुझे लगता है कि रचनात्मक तरीके से पढ़ना चाहिए और प्रत्येक विषय के उन पहलुओं को खोजना चाहिए जो उन्हें पसंद हों। सुनिश्चित करें कि पढ़ाई उनके लिए थकाऊ न हो बल्कि उनके लिए यह मज़ेदार हो। उन्हें कक्षा में पूरा ध्यान देना चाहिए, और जब परीक्षाएँ निकट हों, तो कोशिश करें कि कोई कक्षा छूटने न पाए, शिक्षक बहुत मददगार होते हैं, वे आपको नई बातें बताते हैं, किसी समस्या को हल करने के नए तरीके बताते हैं। अंत में, रोजाना 1-2 घंटे अपनी पढ़ाई के लिए समर्पित करें, यह बहुत महत्वपूर्ण है।

आखिरी सवाल : सफलता का क्रेडिट

अथर्व,उत्कर्ष: मेरी सफलता के पीछे लंबी लिस्ट है, जिसमें सभी का योगदान है, उन्होंने कहा की माता-पिता स्कूल टीचर्स के साथ मेरे चाचा जी का योगदान रहा है, अथर्व बताते हैं कि उनके पिता जी मध्यप्रदेश के रीवा जिले के पटेहरा गाँव में रहते हैं, लेकिन मैंने अपनी एजुकेशन रायपुर में अपने चाचा जी के मार्ग दर्शन में ली है और उनका बहुत योगदान रहा है।