अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, नई दिल्ली : अमेरिकी उप राष्ट्रपति जेडी वेंस, उनकी पत्नी उषा वेंस और उनके तीन बच्चों के साथ, अपने पहले आधिकारिक दौरे पर भारत पहुंचे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया 21 से 24 अप्रैल तक भारत की यात्रा पर आए वेंस परिवार के साथ एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भी था।
केंद्रीय रेल और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पालम हवाई अड्डे पर प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। इस यात्रा में दिल्ली, जयपुर और आगरा में रुकना शामिल है, जिससे भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होने की उम्मीद है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “@वीपी जेडी वेंस, @एसएलओटीयूएस श्रीमती उषा वेंस और भारत में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का बहुत गर्मजोशी से स्वागत! हवाई अड्डे पर रेल और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उनका स्वागत किया।” पोस्ट में कहा गया है, “दिल्ली, जयपुर और आगरा में होने वाली आधिकारिक यात्रा (21-24 अप्रैल) से भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होने की उम्मीद है।”
वेंस, उषा वेंस और उनके बच्चे देश की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के तहत दिल्ली में प्रतिष्ठित अक्षरधाम मंदिर का दौरा करेंगे। भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के लिए पालम हवाई अड्डे पर पहुंचने पर जेडी वेंस को औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। आज उनके आगमन से पहले पालम हवाई अड्डे के पास उपराष्ट्रपति वेंस के होर्डिंग्स भी लगाए गए। उपराष्ट्रपति वेंस आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले हैं। प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास, 7, लोक कल्याण मार्ग पर शाम 6:30 बजे उपराष्ट्रपति वेंस और प्रधानमंत्री मोदी के बीच औपचारिक बैठक निर्धारित है। उनकी चर्चा दोनों देशों के बीच आर्थिक, व्यापार और रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर केंद्रित हो सकती है। आधिकारिक बैठकों के बाद, वेंस परिवार जयपुर और आगरा का दौरा करने वाला है। उपराष्ट्रपति वेंस मंगलवार को जयपुर जाएंगे। 23 अप्रैल को उनका आगरा जाने का कार्यक्रम है।
वेंस की भारत यात्रा गुरुवार, 24 अप्रैल को समाप्त होगी, जब वे सुबह 6:40 बजे देश से प्रस्थान करेंगे। रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि 21 से 24 अप्रैल तक अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की आगामी यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका के बीच सभी प्रासंगिक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिससे द्विपक्षीय संबंधों के और मजबूत होने की उम्मीद है।