अनादि न्यूज़

सबसे आगे सबसे तेज

देश

तू मेरा जूता चाटने के लायक भी नहीं है….,’ IndiGo के फ्लाइट कैप्टन समेत 3 अफसरों पर SC/ST एक्ट का केस दर्ज; आरोपियों ने आदिवासी ट्रेनी पायलट को जातिसूचक शब्द कहे

अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, Case Registered Against 3 IndiGo officers: इंडिगो के फ्लाइट कैप्टन समेत 3 अफसरों पर SC/ST एक्ट (SC/ST Act) का केस दर्ज किया गया है। हरियाणा के गुरुग्राम में इंडिगो एयरलाइंस के आदिवासी ट्रेनी पायलट (Tribal Trainee Pilot) ने इंडिगो के अफसरों पर FIR दर्ज कराई है। ट्रेनी पायलट ने आरोप लगाया कि उसे भरी मीटिंग में बेइज्जत कर जातिसूचक शब्द कहे गए। साथ ही तू मेरा जूता चाटने के लायक भी नहीं है जैसे कई आपत्तिजनक शब्द कहे गए।

गुरुग्राम में मीटिंग के बाद ट्रेनी पायलट ने बेंगलुरु में अपने साथ हुई घटना की पुलिस से शिकायत की। कर्नाटक पुलिस ने जीरो FIR दर्ज कर गुरुग्राम भेजी है। गुरुग्राम के DLF फेज-1 थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।बेंगलुरु सिटी (कर्नाटक) के शोभा सिटी सेंटोरिनी में रहने वाले 35 वर्षीय शरण ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वे इंडिगो एयरलाइंस में ट्रेनी पायलट हैं। वे आदि द्रविड़ समाज (आदिवासी समाज) से आते हैं, जो अनुसूचित जाति कैटेगरी में है। उनका आरोप है कि 28 अप्रैल 2025 को गुरुग्राम के सेक्टर-24 स्थित एमार कैपिटल टावर-2 में एक मीटिंग में उन्हें बुलाया गया। मीटिंग में उनके साथ जाति को लेकर अपमानजनक व्यवहार किया गया। बैठक में शामिल तपस डे, मनीष साहनी और फ्लाइट कैप्टन राहुल पाटिल ने उन पर जातिगत टिप्पणियां कीं। इससे उनकी गरिमा को ठेस पहुंची।
पीड़ित ने बताया- मुझे मीटिंग में जातिसूचक शब्दों से संबोधित करते हुए कहा गया कि तू हवाई जहाज उड़ाने के लायक नहीं है, जाकर चप्पल सिल। तू मेरा जूता चाटने के लायक भी नहीं है। जातिसूचक शब्द से पुकारते हुए मुझे कहा गया कि मेरे सामने बैठकर स्पष्टीकरण मांगने की हिम्मत कैसे हुई? तेरी औकात इस बिल्डिंग में चौकीदार बनने की भी नहीं है और तू स्पष्टीकरण मांग रहा है?।​​​

See also  'क्या गांधी परिवार से होगा कांग्रेस का अगला अध्यक्ष', गहलोत ने बताई राहुल गांधी के दिल की बात

CEO-एथिक्स कमेटी को शिकायत दी थी

पीड़ित ने कहा कि इस घटना ने न केवल उनके आत्मसम्मान को चोट पहुंचाई, बल्कि इससे कार्यस्थल पर समानता और सम्मान के मूल सिद्धांतों पर भी सवाल खड़े होते हैं। उन्होंने इसकी शिकायत इंडिगो के सीईओ और एथिक्स कमेटी से भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।​​​​​​​

कंपनी ने कार्रवाई नहीं की तो पुलिस को कंप्लेंट की

पीड़ित ने बताया कि जब आरोपियों के खिलाफ कंपनी स्तर पर कोई एक्शन नहीं लिया तो उन्होंने पुलिस से कंप्लेंट करने का फैसला लिया। वह अपने साथ हुए इस बर्ताव से डिप्रेशन में हैं। इसलिए पुलिस इन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करे।