अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, बालोद। लगातार हुई बारिश के बाद बालोद जिले के नारागांव स्थित जंगल में सूख चुका प्रसिद्ध वाटरफॉल एक बार फिर से पूरी रौनक के साथ बहने लगा है। मां सियादेवी मंदिर के पीछे स्थित यह करीब 40 फीट ऊंचा जलप्रपात इन दिनों प्राकृतिक सौंदर्य प्रेमियों और श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
हर वर्ष बरसात के मौसम में यह जलप्रपात अपने पूरे वेग से बहता है, जबकि बाकी समय यह सूख जाता है। लेकिन बारिश थमते ही इसका मनमोहक दृश्य लोगों को अपनी ओर खींच रहा है। स्थानीय लोग ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों और दूर-दराज के क्षेत्रों से भी पर्यटक यहां पहुंचने लगे हैं। वाटरफॉल के आसपास का शांत और हरियाली से भरपूर वातावरण इसे एक आदर्श पर्यटन स्थल बनाता है।
यह स्थान धार्मिक और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत संगम है। यहां स्थित मां सियादेवी का प्राचीन मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का बड़ा केंद्र है। माना जाता है कि इस मंदिर में स्थापित मां सियादेवी की मूर्ति लगभग पांच हजार वर्ष पुरानी है जो इसे और भी विशिष्ट बनाती है। बारिश के मौसम में मंदिर के दर्शन और जलप्रपात के सौंदर्य को एक साथ निहारने का अवसर भक्तों और पर्यटकों को मिलता है।