अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, नई दिल्ली : संसद के मानसून सत्र के शुरू होने से पहले , लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को सभी राजनीतिक दलों और सदस्यों से सदन के सुचारू संचालन के लिए सहयोग और रचनात्मक चर्चा की अपील की। संसद को “लोकतंत्र का पवित्र मंदिर” बताते हुए बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि सदन का कामकाज सदस्यों के बीच सहयोग और रचनात्मक बहस पर निर्भर करता है। एक्स पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में लोकसभा अध्यक्ष ने लिखा, “18वीं लोकसभा का पांचवां सत्र (मानसून सत्र) आज से प्रारंभ हो रहा है। लोकतंत्र के इस पावन मंदिर में जन आकांक्षाओं की अभिव्यक्ति और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी प्रतिनिधियों की सामूहिक भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
बिरला ने आग्रह किया, “मानसून सत्र से पहले, मैं सभी दलों के नेताओं और माननीय सदस्यों से सदन के सुचारू संचालन, रचनात्मक चर्चा और स्वस्थ लोकतांत्रिक संवाद में सहयोग करने का आग्रह करता हूं, ताकि हम समावेशी विकास, सामाजिक न्याय और आर्थिक प्रगति की दिशा में ठोस कदम उठा सकें। उन्होंने आशा व्यक्त की कि मानसून सत्र “लोकतंत्र की गरिमा, संसद की प्रतिष्ठा और लोक कल्याण की प्राथमिकता को समर्पित होगा।
सोशल मीडिया पोस्ट में कहा गया, “आशा है कि लोकतंत्र की गरिमा, संसद की प्रतिष्ठा और लोक कल्याण की प्राथमिकता को समर्पित यह मानसून सत्र सार्थक और सफल होगा तथा हम सब मिलकर लोकतांत्रिक चेतना, विविधता में एकता और संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है, जिसमें विपक्षी भारतीय गुट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को कई प्रमुख मुद्दों पर घेरने की तैयारी कर रहा है, जिसमें पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर , बिहार विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और एयर इंडिया (एआई) 171 दुर्घटना शामिल हैं।
आगामी सत्र में, सरकार लोकसभा में मणिपुर माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक, 2025, जन विश्वास (प्रावधानों में संशोधन) विधेयक, 2025, भारतीय प्रबंधन संस्थान (संशोधन) विधेयक, 2025, कराधान कानून (संशोधन) विधेयक, 2025, भू-विरासत स्थल और भू-अवशेष (संरक्षण और रखरखाव) विधेयक, 2025, खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक, 2025, राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक, 2025, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी (संशोधन) विधेयक, 2025 सहित कई विधेयकों को पेश और पारित कर सकती है।
व्यस्त विधायी एजेंडे और आक्रामक विपक्ष के साथ, मानसून सत्र के राजनीतिक रूप से गरमागरम रहने की उम्मीद है। सरकार कई प्रमुख विधेयक पेश और पारित कर सकती है, जिन पर विपक्ष और अन्य हितधारकों की कड़ी नज़र रहेगी। संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है। यह 21 अगस्त को चलेगा और 12 अगस्त से 18 अगस्त तक अवकाश रहेगा। 32 दिनों में कुल 21 बैठकें होंगी।





