SAIL की चेयरपर्सन को भी मिली जगह
दुनिया की सबसे प्रभावशाली महिलाओं में भारत की एचसीएलटेक की चेयरपर्सन रोशनी नादर मल्होत्रा भी शामिल हैं। उन्हें 53वें स्थान पर रखा गया है। जबकि सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच को 54वें स्थान और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया की चेयरपर्सन सोमा मोंडल को 67वें स्थान पर रखा गया है। आपको बता दें कि मल्होत्रा, मजूमदार-शॉ और नायर ने पिछले साल भी इस सूची में जगह बनाईं थीं। मल्होत्रा को 52वें, मजूमदार शॉ को 72वें और नायर को 88वें स्थान पर रखा गया था। हालांकि, इस वर्ष मजूमदार-शॉ 72वें स्थान पर हैं, जबकि नायर 89वें स्थान पर हैं। फोर्ब्स की 100 प्रभावशाली महिलों की सूची में 39 सीईओ और राज्य के 10 प्रमुख भी शामिल हैं। वहीं, सूची में शामिल 11 अरबपतियों की कुल संपत्ति 115 अरब डॉलर है।
इस वजह से लिस्ट में जगह बनाने में कामयाब हुईं नायर
नायर को फोर्ब्स की सूची में कहा गया है कि 59 वर्षीय व्यवसायी ने दो दशकों तक एक निवेश बैंकर के रूप में काम किया। साथ ही उन्होंने आईपीओ का नेतृत् भी किया और अन्य उद्यमियों को उनके सपने हासिल करने में मदद की। इसके अलावा 2012 में उन्होंने खुद के लिए काम करने का फैसला किया। सौंदर्य प्रशाधन कंपनी Nykaa को लॉन्च करने के लिए 2 मिलियन अमरीकी डालर का निवेश किया। वह खुद के दम पर सबसे अमीर बनने वाली महिला हैं।
मल्होत्रा को इसलिए मिली सूची में जगह
फोर्ब्स वेबसाइट के मुताबिक 41 वर्षीय मल्होत्रा को 12 अरब डॉलर की टेक्नोलॉजी कंपनी के सभी रणनीतिक फैसलों लेती हैं। उनके निर्देशन में कंपनी आगे बढ़ रही है। 1976 में उनके पिता, शिव नादर ने एचसीएल की स्थापना की थी। आज के दौर में HCL एक आईटी हब के रूप में बन गया है। वहीं, 1 मार्च को 56 वर्षीय बुच सेबी की पहली महिला अध्यक्ष बनीं है। वह भारत की 3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक के स्टॉक मार्केट इकोसिस्टम की देखरेख करती हैं।
जानें कौन हैं स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरपर्सन
59 वर्षीय मंडल जनवरी 2021 में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAIL) की अध्यक्षता करने वाली पहली महिला बनीं। उनके पदभार ग्रहण करने के बाद से कंपनी को रिकॉर्ड वित्तीय फायदा हुआ है। फोर्ब्स वेबसाइट के अनुसार कंपनी का मुनाफा पहले साल में तीन गुना बढ़कर 120 अरब रुपए का हो गया। वहीं, 69 वर्षीय मजूमदार-शॉ को भारत की सबसे अमीर सेल्फमेड महिलाओं में से एक बताया गया है। उन्होंने 1978 में राजस्व के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी सूचीबद्ध बायोफार्मास्युटिकल फर्म की स्थापना की। इस फर्म ने अमेरिकी बाजार में सफलतापूर्वक प्रवेश किया है। कंपनी का मलेशिया के जोहोर क्षेत्र में एशिया का सबसे बड़ा इंसुलिन कारखाना है।
इस आधार पर तैयार की गई थी फोर्ब्स की सूची
फोर्ब्स की सूची चार मुख्य मैट्रिक्स को आधार मानकर तैयार की गई थी। जिन चार मैट्रिक्स को शामिल किया गया था उनमें धन, मीडिया, प्रभाव और प्रभाव के क्षेत्र शामिल थे। फोर्ब्स के मुताबिक राजनीतिक नेताओं के लिए सकल घरेलू उत्पाद और जनसंख्या के आधार को मानकर लिस्ट को तैयार किया है। जबकि कॉर्पोरेट लीडर्स के लिए राजस्व और कर्मचारियों की संख्या को आधार मानकर लिस्ट तैयार की गई है।
सूची में पहले स्थान पर हैं यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष लेयन
फोर्ब्स की सूची में दुनियाभर की सबसे प्रभावशाली महिलाओं में पहले स्थान पर यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन को रखा गया है। उन्हें पहले स्थान पर यूक्रेन युद्ध के दौरान कार्य करने और कोविड-19 महामारी से निपटने में अहम योगदान के लिए रखा गया है। फोर्ब्स की तरफ से लेयन के प्रभाव को अद्वितीय बताया गया है।