अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, सुकमा। नक्सल प्रभावित क्षेत्र टेकलगुडियम (जिला सुकमा) में हाल ही में स्थापित किए जा रहे फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (FOB) के दौरान हुए भीषण नक्सली मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की 201 कोबरा बटालियन के कांस्टेबल मलकीत सिंह ने जिस अद्वितीय साहस, दृढ़ता और कर्तव्यपरायणता का परिचय दिया, वह समूचे देश के लिए गर्व का विषय बन गया है। मुठभेड़ के दौरान कांस्टेबल मलकीत सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे, फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और डटकर माओवादियों का सामना करते हुए उन्हें भारी क्षति पहुँचाई। उनके इस अभूतपूर्व पराक्रम ने न केवल साथियों की जान बचाई, बल्कि ऑपरेशन की सफलता में अहम भूमिका निभाई।
कांस्टेबल मलकीत सिंह के इस अतुलनीय साहस और बलिदान को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित करते हुए उन्हें “शौर्य चक्र” से अलंकृत किया है। यह सम्मान भारत के वीर सुरक्षाकर्मियों को वीरता और अदम्य साहस के लिए प्रदान किया जाता है। कोबरा बटालियन के जवानों की यह बहादुरी और समर्पण छत्तीसगढ़ में नक्सल उन्मूलन अभियान की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। CRPF और अन्य सुरक्षाबलों द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार किए जा रहे सर्जिकल ऑपरेशनों में यह मुठभेड़ और मलकीत सिंह की भूमिका प्रेरणास्रोत बन गई है। स्थानीय प्रशासन और पूरे राज्य में इस वीर जवान की सराहना हो रही है। देश उनके शौर्य को नमन करता है।