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SBI ग्राहक सावधान : एक अक्तूबर से अबतक बदले ये पांच नियम, हो सकता है नुकसान…

देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ( SBI ) ने एक अक्तूबर से अब तक कईं अहम नियमों में बदलाव किया है। इन नियमों का असर सीधे तौर पर ग्राहकों पर पड़ेगा। एसबीआई के कुछ एलानों से एक ओर जहां बैंक खाताधारकों को फायदा होगा, वहीं कुछ नियमों से उन्हें नुकसान भी हो सकता है। इसमें एफडी पर मिल रहे ब्याज दर, डेबिट कार्ड पर ईएमआई की सुविधा, लोन, आदि शामिल हैं। आइए जानते हैं इन सब नियमों के बारे में।

डेबिट कार्ड से भी कर सकेंगे EMI पर खरीदारीएसबीआई ने अपने ग्राहकों के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत की है, जिससे आपको त्योहारों में पैसों की कमी नहीं होगी। त्योहारों में लोगों का खर्च बढ़ जाता है, जिससे उन्हें पैसों की कमी हो जाती है। लेकिन अब एसबीआई ग्राहकों डेबिट कार्ड से खरीदारी करके ईएमआई में पेमेंट कर सकते हैं और अपने सारे खर्चे पूरे कर सकते हैं। खास बात ये है कि इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क भी नहीं लगेगा।

ये है खासियतबैंक के ग्राहक प्वाइंट ऑफ सेल ( PoS ) मशीनों के जरिए भारत में ईएमआई पर किसी भी कंज्यूमर ड्यूरेबल सामान की खरीदारी कर सकते हैं। किस्तों के भुगतान के लिए आपको छह महीने से 18 महीने तक का समय मिलेगा। इतना ही नहीं, सुविधा के तहत आपको डॉक्यूमेंटेशन की भी जरूरत नहीं है।

फिक्स्ड डिपॉजिट पर घटाई ब्याज दरबैंक ने एक से दो साल की अवधि के रिटेल टर्म डिपॉजिट यानी फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और बल्क टर्म डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज में भी कमी की है। एसबीआई ने एफडी पर ब्याज दर में 10 बेसिस प्वाइंट की कमी की है। वहीं बल्क टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दर में 30 बेसिस प्वाइंट की कमी की गई है। इस टर्म डिपॉजिट की मियाद एक साल से दो साल तक की है। नई ब्याज दर 10 अक्तूबर से प्रभावी हो गईं हैं।

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एमसीएलआर में की कटौती, सस्ता हुआ लोनएसबीआई ने एमसीएलआर की दरें 0.10 फीसदी तक घटा दी हैं, जो 10 अक्तूबर से लागू हो गईं हैं। बता दें कि मौजूदा वित्त वर्ष में लगातार छठी बार बैंक ने दरें घटाई हैं। इस संदर्भ में एसबीआई ने कहा है कि, ‘फेस्टिवल के मौके पर ग्राहकों को ज्यादा फायदा पहुंचाने के लिए बैंक ने सभी अवधि के लिए एमसीएलआर दरें 0.10 फीसदी तक घटा दी हैं। अब एक साल के लिए नई एमसीएलआर दरें 8.15 फीसदी से घटकर 8.05 फीसदी पर आ गईं हैं।’ यानी अब ग्राहकों को सस्ते में लोन मिलेगा।

लोन लेने वाले ग्राहकों से वसूलेगा प्रोसेसिंग फीसएसबीआई अब होम लोन लेने वाले ग्राहकों से प्रोसेसिंग फीस भी वसूलेगा। इससे फेस्टिव सीजन में लोन लेने वाले ग्राहकों को ज्यादा पैसा देना होगा। बैंक ने एक आंतरिक सर्कुलर जारी करते हुए कहा है फेस्टिव सीजन में प्रोसेसिंग फीस को माफ करने का ऑफर 16 अक्तूबर से समाप्त हो जाएगा। हालांकि 15 अक्तूबर तक जिन लोगों के लोन प्रोसेस हो जाएंगे, उनसे बैंक प्रोसेसिंग फीस नहीं लेगा। 16 अक्तूबर से 31 दिसंबर के बीच प्रोसेस होने वाले लोन पर बैंक फीस वसूलेगा।

इस तरह के लोन पर लगेगी प्रोसेसिंग फीसइकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बैंक ने कहा है कि होम लोन ग्राहकों, होम लोन के टॉप-अप प्लान और कंपनियों व बिल्डर्स को दिए जाने वाले लोन पर प्रोसेसिंग फीस लागू होगी। बैंक एक जुलाई 2019 से अपने सभी तरह के लोन को रेपो रेट से लिंक कर चुका है। इससे पहले भी बैंक सबसे कम ब्याज पर लोगों को लोन दे रहा था। इस फैसले के बाद आरबीआई दो बार रेपो रेट में गिरावट कर चुका है।

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बैंक डिपॉजिट की ब्याज दरों में कटौतीदिवाली से पहले एसबीआई ने अपने ग्राहकों को झटता दिया है। बैंक ने सेविंग बैंक डिपॉजिट की ब्याज दरों में कटौती कर दी है। बचत खाते में एक लाख रुपये तक जमा रखने वालों के लिए बैंक ने ब्याज दर 3.50 फीसदी से घटाकर 3.25 फीसदी कर दी है। नई दरें एक नवंबर से लागू होंगी।