अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, विज्ञान : भारत के भविष्य के मानव अंतरिक्ष अन्वेषण को महत्वपूर्ण रूप से आगे बढ़ाते हुए, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने लद्दाख में देश का पहला एनालॉग मिशन लॉन्च किया है।
इसरो के अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन द्वारा औपचारिक रूप से उद्घाटन किए गए एनालॉग स्टेशन – ह्यूमन आउटर प्लैनेट एक्सप्लोरेशन (HOPE) स्टेशन – ने एयरोस्पेस इंजीनियर राहुल मोगलापल्ली और एस्ट्रोबायोलॉजिस्ट यमन अकोट को आइसोलेट किया है।
उद्घाटन के दौरान नारायणन ने कहा, “यह एनालॉग मिशन एक सिमुलेशन से कहीं बढ़कर है; बल्कि, यह भविष्य के लिए एक पूर्वाभ्यास है।” दोनों अगले 10 दिन लद्दाख के त्सो कार स्थित एनालॉग साइट पर बिताएंगे। यह अंतरग्रहीय परिस्थितियों में उनकी शारीरिक और मानसिक सहनशक्ति का परीक्षण करेगा। इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर एक पोस्ट में बताया, “यह मिशन 1 से 10 अगस्त 2025 तक त्सो कार, लद्दाख (ऊँचाई: 4,530 मीटर) पर आयोजित किया जाएगा।”
यह मिशन ऐसे समय में आया है जब भारत अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम के विस्तार के साथ 2027 तक अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में और 2040 तक चंद्रमा पर भेजने की योजना बना रहा है। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा, “यह मिशन भविष्य में पृथ्वी की निचली कक्षा में मानव अंतरिक्ष उड़ान और चंद्रमा/मंगल श्रेणी के अन्वेषण मिशनों के लिए भारत की तैयारियों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।”





