अनादि न्यूज़

सबसे आगे सबसे तेज

देश

ऑपरेशन सिंदूर; 9 आतंकी शिविर नष्ट, 100 आतंकवादी मारे गए: राजनाथ सिंह लोकसभा में

अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, नई दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि सशस्त्र बल भारत की सीमाओं की रक्षा के लिए सदैव सतर्क हैं और ऑपरेशन सिंधु नौ आतंकी ठिकानों पर एक प्रभावी और समन्वित हमला था।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंधुरा पर लोकसभा में बहस की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा कि भारत के पास पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान के अंदर हुए नुकसान के सबूत हैं।

मैं देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। पहलगाम आतंकी हमले के बाद, हमारे सशस्त्र बलों ने तुरंत कार्रवाई की और नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला किया, जहाँ 100 से ज़्यादा आतंकवादी, उनके प्रशिक्षक और आका छिपे हुए थे।

उन्होंने बताया, “हमारे सशस्त्र बलों द्वारा समन्वित हमलों में 9 आतंकवादी ठिकाने नष्ट कर दिए गए। इस सैन्य अभियान में, अनुमान है कि सौ से अधिक आतंकवादी, उनके प्रशिक्षक, आका और सहयोगी मारे गए। इनमें से अधिकांश जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों से जुड़े थे।”

‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर संसद में विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्षी नेताओं पर करारा हमला बोला। उन्होंने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, “नेता प्रतिपक्ष हमेशा पूछा कि हमारे कितने विमान पाकिस्तान ने मार गिराए, एक बार भी नहीं पूछा कि दुश्मन के हमने कितने विमान मार गिराए।”

वर्ष 1962 के भारत-चीन युद्ध का उदाहरण देते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, “हमने तब पूछा कि हमारी धरती पर किसी और देश का कब्जा कैसे हो गया? हमारे सैनिकों की इतनी जानें कैसे गईं? हमने हथियारों या मशीनों की चिंता नहीं की, बल्कि सैनिकों की चिंता की।”

See also  जम्मू-कश्मीर: उधमपुर में एक और बस में हुआ धमाका, 8 घंटे में ये दूसरा ब्लास्ट, आतंकी साजिश की आशंका

उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी जिक्र करते हुए कहा, “जब हमने पाकिस्तान को सबक सिखाया था, तब अटल जी ने सदन में सिर्फ सरकार की नहीं, बल्कि पूरे नेतृत्व की सराहना की थी, जिसमें विपक्ष भी शामिल था।”

राजनाथ सिंह ने विपक्ष के तर्कों पर कटाक्ष करते हुए कहा, “किसी भी परीक्षा में परिणाम मायने रखता है। हमें इस बात की चिंता नहीं करनी चाहिए कि परीक्षा के दौरान छात्र की पेंसिल टूटी थी या नहीं।” उन्होंने दोहराया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ एक सफल और निर्णायक अभियान था और विपक्ष को उसमें नकारात्मकता नहीं ढूंढनी चाहिए।