love affairs में अपनी नाबालिग प्रेमिका को भगा ले जाने के मामले में सागर जिले के जैसीनगर थाना पुलिस ने अपहरण का आरोपी बनाकर 19 साल के युवक को पुलिस कस्टडी में थाने में रखा था। युवक ने पुलिस अभिरक्षा में फंदा लगाकर जान दे दी। सकते में आए पुलिसकर्मी उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, यहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। युवक के पिता का आरोप है कि मैं खुद उसे थाने लेकर गया था। पुलिस और लड़की के परिजन ने उसे मार डाला है। इधर एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायायिक जांच की बात कही है तो जैसीनगर थाना प्रभारी सहित तीन को लाइन अटैच कर दिया गया है।
Madhya Pradesh के सागर जिले के जैसीनगर थाने में पुलिस अभिरक्षा में अपहरण के एक आरोपी ने फांसी लगा ली। उसे गंभीर हालत में सागर जिला हॉस्पिटल में लाया गया जहा उसकी मौत हो गई। पुलिस हिरासत में मौत की खबर से पूरे थाना स्टाफ में हड़कंप मच गया है। युवक को आनन-फानन में 108 एंबुलेंस से जिला अस्पताल लगा गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। घटना की खबर लगते ही जैसीनगर थाना प्रभारी और आला अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे। इस मामले में मजिस्ट्रियल जांच होगी। पुलिस मामले में हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। मृतक के परिजनों ने थाने में पुलिस प्रताड़ना के भी आरोप लगाए है।
जैसीनगर थाने में हड़कंप मचा रहा
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार अपहरण के मामले में पकड़ाए आरोपी क्रतेश पुत्र राजू पटेल उम्र 19 साल निवासी सेमरा गोपालमन को जैसीनगर थाना पुलिस ने नाबालिग के अपहरण के मामले में गिरफ्तार किया था। उसे थाने में रखा गया था। इसी दौरान मंगलवार को आरोपी क्रतेश ने फंदा लगा लिया। थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों की जैसे ही उस पर नजर पड़ी तो हड़कंप मच गया। तुरंत उसके गले से फंदा खोला और अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन जिला अस्पताल लाते समय क्रतेश की मौत हो गई।
पिता ने पुलिस और लड़की के परिजन पर लगाए हत्या के आरोप
मृतक के पिता राजू पटेल ने पुलिस और लड़की के परिजन पर आरोप लगाते हुए बताया कि वे खुद बेटे को भोपाल से लाए थे और थाना पुलिस के हवाले किया था। सुबह 4 बजे वे बेटे को पुलिस अभिरक्षा में थाने में छोड़कर गए थे। बेटा स्वस्थ था, उसे कोई बीमारी भी नहीं थी। हमें घर भगा दिया गया, उसके बाद बेटे के साथ जैसीनगर थाने की पुलिस और लड़की के परिजन ने बेरहमी से मारपीट की थी। उसने फांसी नहीं लगाई है, उसकी हत्या की गई है। सुबह जब वे उसे पुलिस थाने छोड़कर गए थे, वह पूरी तरह स्वस्थ्य था।